मैं बुद्ध सी शांत समाधि में हूँ
देख तू मुझे न भड़का
मैं कर रहा हूँ तुझे आगाह
क्योंकि गर जंग हुई
तो कुछ तीर तेरे होंगे
कुछ तीर मेरे होंगे
कुछ वीर तेरे होंगे
कुछ वीर मेरे होंगे
और वीरगति को प्राप्त हो जायेंगे लाखों बेगुनाह
देख तू मुझे न भड़का
मैं कर रहा हूँ तुझे आगाह
क्योंकि गर जंग हुई
तो कुछ तीर तेरे होंगे
कुछ तीर मेरे होंगे
कुछ वीर तेरे होंगे
कुछ वीर मेरे होंगे
और वीरगति को प्राप्त हो जायेंगे लाखों बेगुनाह
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