पति-पत्नी साथ रहते रहते कुछ-कुछ एकसा दिखने लगते हैं बहुत कुछ एकसा सोचने लगते हैं आजकल यह सोचकर वो जरा डर रहें हैं इसलिये चेहरे पर कम विचारों पर अधिक ध्यान दे रहें हैं
नमस्कार, मेरा नाम रीतेश गुप्ता है । इस ब्लाग के माध्यम से मैं अपनी भावनाओं को व्यक्त कर रहा हूँ । आशा है आप इन्हें पढ़कर एवं समय-समय पर अपनी प्रतिक्रियाऒं के माध्यम से मेरा मार्ग दर्शन और उत्साह वर्धन करते रहेगें ।
सादर धन्यवाद !!
आपकी आत्मानुभूति पढ़कर अच्छा लगा, बधाई. :)
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDeleteबहुत बढिया आपने वास्तविकता बयान की है
ReplyDeleteहा…हा…हा…
ReplyDeleteसच कहा भाई… मजेदार भावाव्यक्ति।